जैविक खेती: जैविक खेती कैसे करें व इसके फायदे।

आज के युग में अनुसंधान यंत्र के साथ खेती करने के तरीके में बदलाव जरूर हुआ है परंतु कहीं प्रकार की कीटनाशक, खरपतवारनाशक और अन्य तरीके के सिंथेटिक केमिकल स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, और इसीलिए बहुत से किसानों की रूचि जैविक खेती की ओर बढ़ने लगी है । तो आज हम जानने वाले है जैविक खेती(ऑर्गेनिक फार्मिंग) क्या है कैसे करे और इसके फायदे ।

जैविक खेती किसे कहते है? What is organic farming?

आमतौर पर कहीं प्रकार की खेती की जाती है, अपने प्रांत अनुसार किसान अलग-अलग तरह की फसल जैसे सब्जियां, फूल, मक्का, चाय- गुड़, धान व अन्य प्रकार की खेती करते है, सीधी भाषा में समझे तो जैविक खेती वह खेती है जिसमे किसी भी प्रकार का कीटनाशक या सिंथेटिक केमिकल का उपयोग न करके मिट्ठी की गुणवत्ता का सीधे प्रकार से ध्यान रखा जाए।

प्राकृतिक तरीके से की गई खेती को आम भाषा में जैविक खेती कहते हैं, जैविक खेती में हर्बिसाइड, कीटनाशकों के उपयोग को नियंत्रित करके उनके स्थान पर प्राकृतिक विधियों का उपयोग करते हैं । एक उदाहरण के साथ समझे तो मालवा प्रांत में मक्का में इल्लियों का प्रकोप बढ़ जाने पर छाछ का छिड़काव किया जाता है जिससे इल्लियों का प्रकोप कम पड जाता है इस तरीके से जैविक खेती की जाती है । उसी के साथ आंकड़ों के पत्ते को कहीं दिनों तक पानी में रख कर पूरी तरह से गला कर सिंथेटिक खाद की जगह ऑर्गेनिक तरीके का उपयोग किया जाता है ।

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जैविक खेती करने के फायदे ।

जैविक खेती के अपने आप में बहुत ही फायदे हैं जैसे की स्वास्थ्य की सुरक्षा, मिट्टी की गुणवत्ता, जल संरक्षण, प्रदूषण की कमी इत्यादि ।

स्वास्थ्य की सुरक्षा – Health protection

जैविक खेती में उपयोग किए गए उत्पादित खाद प्राकृतिक तत्वों से पोषित होता है और सिंथेटिक केमिकल व कीटनाशक का अभाव होता है जिसके कारण अनाज धान और अन्य फसल स्वास्थ्य के लिए अधिक पोषण करती है जिसके कारण सिंथेटिक दवाइयों से होने वाले रोग व संक्रमण का खतरा नहीं रहता है । जैविक तरीके से पकाई फसल में विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ स्वाद और कहीं प्रकार के पौषक तत्वों की मात्रा अधिक रहती है जिससे स्वास्थ अच्छा रहता है।

मिट्टी की गुणवत्ता – Soil Quality

जैविक खेती में कीटनाशक हर्बिफाइड व कीटाणुनाशक का उपयोग नही किया जाता है जिसके कारण प्राकृतिक विधियों का उपयोग किया जाता है जोकि मिट्टी की गुणवत्ता के लिए काफी लाभदायक है । जैविक तरीके से करी गई खेती कुछ वर्षो तक उत्पादन कम देती है लेकिन समय के साथ मिट्ठी में अच्छे तत्व होने के साथ उत्पादन में बढ़ोतरी होने लगती है ।

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जल संरक्षण – Water Conservation

जल संरक्षण जैविक खेती में एक अहम पहलू है, समय पर बारिश न होंने पर पानी को संचित करने के लिए सिंचाई प्रणालियों का उपयोग किया जाता है, यह पानी की बर्बादी को रोक कर सभी पौधे में तरीके से सही मात्रा में पानी प्रदान करता है । इसे आप नाले व तालाब के माध्यम से वर्षा का पानी संचित कर खेत में पानी की आवश्यकता पूरी कर सकते हैं । जल संरक्षण में पाए गए तत्व जैविक खेती के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं ।

जैविक खेती के इन फायदों से स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में जैविक खेती एक अहम एवं महत्वपूर्ण तरीका किसानों के लिए साबित होगा अपनी आय और उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए, यह एक सतत और पर्यावरण के हित में किया गया प्रयास रहेगा।

तो किसान भाइयों यह कुछ पॉइंट जैविक खेती के बारे में हमने इस पोस्ट में कवर करे है यदि आपको जैविक खेती के बारे में और अच्छे तरीके से जानना है तो नीचे कमेंट में हमें बताएं हम विस्तार पूर्ण से जैविक खेती के बारे में जानकारी आपको देने का प्रयास करेंगे।

जय जवान – जय किसान

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