Canola Oil: केनोला एक ऐसी खेती जिससे किसान कमा रहे है लाखो में।
केनोला क्या है : नमस्ते किसान भाइयो आज के इस लेख में हम बात करने वाले है केनोला के बारे …
केनोला क्या है : नमस्ते किसान भाइयो आज के इस लेख में हम बात करने वाले है केनोला के बारे …
इस लेख में भारत के 5 ऐसे करोड़पति किसानों में बारे में बताया गया है जिन्होंने अपनी नौकरी छोड़ कर पूरे समय खेती करने का निर्णय किया और आज वह सफल भी है । भारत के कोने कोने से ढूँढ कर लाये गये कुछ सफल किसानों की जीवनी पर चर्चा इस लेख में करी गई है ।
किसान भाइयों बात करे अफ़गानी लहसुन के आवक की तो यह बात पूरी तरह से सच है की अफगान से लहसुन के कुछ कंटेनर भारत लाए गए है परंतु अफ़गानी लहसुन की मांग कम होने की वजह से फिलहाल रोक लगाया गया है और देसी, अमलेटा, एलीफेंटा व रियावन की मांग ज्यादा होने की वजह से भाव में निरंतर तेजी के साथ मार्केट बना हुआ है । अब भविष्य की बात करे तो सरकार अफगानिस्तान का माल छोड़कर दूसरे देश का माल आयत में जरूर लेंगे जिसकी वजह से आने वाले समय या कहे की आने वाले वर्ष में मंदी का दौर दिखाई पड़ सकता है ।
आज के युग में अनुसंधान यंत्र के साथ खेती करने के तरीके में बदलाव जरूर हुआ है परंतु कहीं प्रकार की कीटनाशक, खरपतवारनाशक और अन्य तरीके के सिंथेटिक केमिकल स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, और इसीलिए बहुत से किसानों की रूचि जैविक खेती की ओर बढ़ने लगी है । तो आज हम जानने वाले है जैविक खेती(ऑर्गेनिक फार्मिंग) क्या है कैसे करे और इसके फायदे ।
साथियों पिछला लेख आरबीएस 1135 को आप लोगों ने बहुत ही सराहा है, पिछले लेख में हमने 1135 सोयाबीन की पूरी जानकारी देने का प्रयास किया था पिछले साल में बहुत ही कम लोग इस बीज के बारे में जानते थे लेकिन इस वर्ष इस ने तहलका मचा दिया है, और इसी कारण किसानों को व्यापारियों बीज के नाम पर ठग रहे हैं ज्यादा मांग होने के कारण व्यापारियों ने कमाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है
इस लेख में बताया गया है कि सोयाबीन जो कि मध्य प्रदेश की शान है उसकी बोवनी कब तक हो जाएगी, अगर बोवनी 25 जून तक होती है तो लम्बी वैरायटी लगाने में कोई हर्ज नहीं है वहीं अगर बारिश समय से ज्यादा विलंब होती है तो 85 से 90 दिनों वाली वैरायटी लगाए ।
हम चर्चा करेंगे लहसुन के भाव के बारे में जैसा की आप सभी को जानकारी है की पिछले 2 वर्षो से लहुसन ने किसानो को भाव के कारण उदास किया है । वर्तमान समय में भी लहसुन का भाव ठीक नहीं है , इसके बावजूद इस वर्ष फिर किसानो ने कुछ हद तक हर्ष – उल्लास के साथ लहसुन की बोवनी की है
मौजूदा सरकार ने किसानों के लिए कुछ ऐसी योजना बनाई है जिसका लाभ लेकर छोटे व् सीमांत किसानों को कुछ …