पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए करे ये उपाय
जैसा कि आप जानते हैं कि प्राचीनकाल से ही ज्यादातर किसान पशुपालन और खेती करना पसंद करते हैं, क्योंकि इन्हें खेती और पशुपालन करके काफी अधिक मुनाफा मिल जाता था , किंतु सर्दियों के मौसम में इन्हें भारी मात्रा में नुकसान हो जाता है, क्योंकि सर्दियों के मौसम में गाय और भैंस ज्यादातर दूध कम कर देती हैं और गाय, भैंस बीमार भी हो जाती हैं जिस कारण इन लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ता है।
ज्यादातर लोग गाय, भैंस को दूध बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लगाते हैं जिस कारण गाय और भैंस का दूध तो बढ़ जाता हैं किंतु ऐसा करने से गाय और भैंस दोनों पर गलत प्रभाव पड़ता है इसके साथ-साथ दूध जो पीता है उनको भी नुकसान कर जाता है।
तो किसान भाइयों आज के इस लेख में आप सभी लोग पशुओं का दूध कैसे बढ़ाए, के बारे में जानकारी लेने के लिए आए हो तो लेख को अंत तक पढ़े क्योंकि इस लेख में हम आपको पशुओं का दूध कैसे बढ़ाए के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
पशुओं का दूध कैसे बढ़ाएं
यदि आप पशुपालन करते हो तो पशु बच्चे देने के तीन से चार महीने बाद ही अपना दूध कम करते हुए दिखाई देती हैं इसका कारण यह है कि पशुओं को सही मात्रा में आहार न मिल पाना, जिस कारण पशु अपना दूध बहुत कम कर देते हैं। यदि आप अपने पशुओं का दूध बढ़ाना चाहते हो तो, पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हो जैसे लोबिया घास और पाउडर आदि चीजों का सेवन आप अपने पशुओं को करा सकते हो।
लोबिया घास का सेवन पशुओं को कराए
लोबिया घास एक ऐसी घास होती है जिसका सेवन पशुओं को कराने से काफी अधिक मात्रा में दूध बढ़ जाता हैं और यह घास प्राकृतिक होती हैं इस घास के कोई भी नुकसान पशुओं को नहीं होते हैं लोबिया घास को पशुओं को खिलाने के लिए कहीं प्रकार के फायदे होते हैं जो कि हम आगे इस लेख में जानकारी देंगे।
- यदि आप लोबिया घास को अपने पशुओं को खिलाते हो तो उनकी पंचक क्रिया पहले के मुकाबले काफी स्ट्रांग हो जाती हैं जिस कारण उनका दूध बढ़ने लगता है।
- लोबिया घास को पशुओं को खाने से प्रोटीन और अनेकों प्रकार की ऊर्जा मिलती है। यह घास अन्य घासो के मुकाबले में काफी अधिक प्रोटीन पशुओं को प्रदान करता है।
पशुओं को पाउडर दें
जिस प्रकार बच्चों की बीमार होने पर न्यूट्रीशन पाउडर दिया जाता है ठीक उसी प्रकार से पशुओं को भी पाउडर दिया जाता है, ताकि पशुओं का दूध अधिक मात्रा में बढ़ सके पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए अलग-अलग कंपनियों के पाउडर आते हैं। ऐसे में आप जिस भी पाउडर को अपने पशुओं को देना चाहते हो उसे पाउडर को लेने से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें अन्यथा कुछ पाउडर ऐसे होते हैं, जो कि पशुओं को बीमार भी कर देते हैं क्योंकि आज के समय में ऐसी कई सारी कंपनियां उपलब्ध हो चुकी हैं जो कि पैसे कमाने के लिए फ्रॉड कर रही हैं अर्थात पाउडर में मिलावट कर रही है।
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पशुओं को पाउडर को देने का नियम
आपको अपने पशुओं को पाउडर देने के लिए शाम को पानी में मिलाकर देना है। इस पाउडर को देने के बाद आपको 1 से 2 घंटे तक अपने पशुओं को किसी भी प्रकार का चारा नहीं देना है और इस पाउडर का सेवन उन्हें करीबन 2 से 3 महीने तक कराए जब आप ऐसा करते हो तो, आपके पशु काफी अधिक मात्रा में दूध देने लगते हैं और पशु जल्दी बीमार भी नहीं पड़ते हैं।
सरसों के तेल और आटे की बनाए दवा
यदि आप पशुपालन करके दूध बेचते हो या फिर दूध की बनाई हुई चीज को बेचते हो जैसे पनीर, दही, मक्खन आदि चीजों को बेचते हो तो इन सभी चीजों को बेचने के लिए आपको काफी अधिक दूध की आवश्यकता पड़ती है किंतु आपके पशु कुछ ही समय में दूध देना बंद कर देते हैं जब आपकी गाय और भैंस दूध देना बंद करती है तो आपका बिजनेस पर काफी दबाव पड़ने लगते हैं तो ऐसे में सबसे पहले पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए आपको सरसों का तेल और आटे की बनी हुई दवा का उपयोग करना चाहिए इस दवा का उपयोग करने से अधिकतर गाय और भैंस दूध बढ़ा देती हैं।
सरसों के तेल और आटे की बनाई हुई दवा को पशुओं को खिलाने के लिए सबसे पहले आपको जब पशु बच्चा देने वाला होता है तो उसके 1 महीने पहले से ही इस दवा को खिलाना चाहिए और बच्चा देने के 1 महीने बाद तक दवा को जारी रखें ताकि पशु को भारी मात्रा में औषधि मिलते रहे और पशु स्वस्थ रह सके इस दवा के चलते पशुओं को बहुत ही अधिक मात्रा में प्रोटीन मिलता हैं।
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इस दवा को आपको पशुओं को शाम के समय खिलाना चाहिए और जब आप इस दवा को देते हो तो ध्यान रहे दवा देने के बाद आपको पशुओं को चारा बिल्कुल भी नहीं देना है और ना ही पानी देना है । यदि आप गलती से भी दवा देने के बाद पशुओं को पानी दे देते हो तो, आपके पशु बीमार हो सकता हैं अर्थात सर्दी जैसी समस्याओं का पशुओं को सामना करना पड़ सकता है।
इस दवा को बनाने के लिए केवल आपको 200 से 300 ग्राम सरसों का तेल लेना है और 250 ग्राम गेहूं का आटा लेना है और इन दोनों को
मिलाने के बाद शाम के समय पशुओं को दे देना है इस तरीके से आप सरसों के तेल और आटे की दवा बना सकते हो।
पशुओ के लिए घरेलू उपाय के माध्यम से बनाएं औषधि
यदि आप अपने पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय करना चाहते हो तो इसके लिए आपको अपने पास गेहूं का दलिया तेल अजवाइन और नारियल के होने से ही औषधि बनाई जा सकती है इस दवा को बनाने के लिए हमने नीचे कुछ इस प्रकार से जानकारी दी है।
सबसे पहले आपको 250 ग्राम गेहूं का दलिया ले लेना है और इसी में आपको अजवाइन और 250 ग्राम गुड़ को मिला देना है और फिर आपको इन सभी चीजों को पका लेना है पकाने के बाद आपको 1 नारियल को इसी में डाल देना है जब आप ऐसा करते हो तो आपका औषधि बनकर तैयार हो जाती है इस तरीके से आप घरेलू उपाय के माध्यम से औषधि बना सकते हो, बहुत से हमारे किसान भाई पशुओ का दूध निकालने के लिए इंजेक्शन का प्रयोग करते है आइये आगे जानते है इंजेक्शन से होने वाले नुकसान के बारे में –
पशुओं को इंजेक्शन लगाने से होते हैं यह नुकसान
पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए आप इंजेक्शन का प्रयोग करते हो भले ही पशुओं का दूध बढ़ जाता है लेकिन इंजेक्शन का उपयोग करने से पशुओं को भारी मात्रा में नुकसान होता है क्योंकि इंजेक्शन के माध्यम से निकला दूध हमारे लिए भी काफी नुकसानदायक रहता है।
प्राकृतिक दवाइयों के पशुओं को होने वाले फायदे
- प्राकृतिक दवा का उपयोग करने से पशुओं को ज्यादातर लाभ ही होते हैं अर्थात उनके सेहत पहले के मात्रा में अच्छी रहती हैं।
- प्राकृतिक उपाय करने से पशुओं को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती हैं।
- यदि आप अपने पशुओं को गुड और आटे का सेवन कराते हो तो उन्हें काफी अधिक मात्रा में प्रोटीन मिलता हैं जिस कारण उनके दूध में बढ़ोतरी भी होने लगती है।
- पशुओं के बीमार होने पर औषधि दवा का ही उपयोग करें।
- पशुओं के दूध बढ़ाने के लिए आप इंजेक्शन का प्रयोग बिल्कुल भी ना करें।
निष्कर्ष
पशुओं का दूध कैसे बढ़ाये: यहाँ आपने विस्तार से जानकारी प्राप्त की है इस लेख में हमने पशुओं का दूध बढ़ाने के बारे में चर्चा की है। यदि आज का लेख आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होता है तो, लेख को सोशल मीडिया पर शेयर करें और साथ ही साथ आपको लेख से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या लगती है या फिर आपको अन्य विषय पर जानकारी चाहिए तो कमेंट बॉक्स का उपयोग करना बिल्कुल भी ना भूले।
जय जवान – जय किसान