क्या आप उन किसानो में आते है जो पिछले कहीं सालो से एक ही वैरायटी की सोयाबीन लगा कर खुश है, या नए केटेगरी के किसानो में जो की समय के साथ अपडेट है और प्रति वर्ष नए नए बीज का प्रयोग कर रहे है और उसी के साथ अपनी आमदनी भी बढ़ा रहे है, जी हाँ ! किसान भाइयो खेती एक ऐसा स्त्रोत है जो सही ढंग से करने पर आपकी आमदनी तो बढ़ेगी ही साथ ही भविष्य के लिए भी सुधार भी है !
भाइयो देश की शान – किसान द्वारा लिखा हुआ पिछला लेख RVSM 1135 सोयाबीन की जानकारी को जबरदस्त प्यार देने के लिए बहुत बहुत आभार । हम निरंतर प्रयास करते जायेंगे आपको खेती से जुडी जानकारी और भी नयी नयी योजनाओ के बारे में बताने का । आज हम चर्चा करेंगे मार्केट में आया हुआ सोयाबीन का नया बीज JS 21-72 के बारे में !
JS 21-72 सोयाबीन का परिचय |
यह एक रिसर्च वैरायटी है जो की इसी वर्ष जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा प्रक्षेपण हुयी है और सरकार द्वारा अधिसूचित की गयी है, इस वैरायटी का फल आकार हल्का रुईदार व् हल्का चिकना दिखाई देगा, बात करे इसके दाने की तो वह बोल्ड दिखाई पड़ता है बिल्कूल 95-60 सोयाबीन के दाने के सामान । साथ ही पौधे की जड़ जटिल 3 फ़ीट तक की ऊंचाई व् पत्ता भी काफी बड़े आकार में देखने को मिलता हैं । फूल की बात करे तो वह सफ़ेद रंग के आते है , इसके साथ दाना पीला और हायमल हल्का लाल है । इस वैरायटी का हार्वेस्टिंग समय 92-95 दिनों का है व् किसी भी प्रकार की जमीन में उगने के लिए सक्षम है ।
JS 21-72 सोयाबीन लगाने के फायदे ?
यह वैरायटी लगाने के बहुत से सकारात्मक फायदे है जैसे की यह कम खर्चे में अच्छा उत्पादन देती है साथ ही यह पीला मौजेक व् किसी भी प्रकार के वायरस से लड़ने में भी निपुण है , और इसका जर्मिनेशन पावर 95% काफी संतोषजनक है इसी के साथ बीज दर भी 17-20 किलो प्रति बीघा जाता है जो की दूसरी वैरायटी के मुक़ाबले काफी है । और जे-इस 21-72 लगाने का फायदे किसानो को है की यह बीज आने वाले समय में सोयाबीन 95-60, व् RVS 18 और RVS 24 की जगह ले सकती है । यह बीज अपने आप में किसानो के लिए बहुत खाश साबित होगा, इस बीज की बुआई करके किसान अपनी आमदनी दोगुना कर पाएंगे । इस वैरायटी का औषत 25-30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर निकलता है ।
JS 21-72 वैरायटी पर किट और रोग का कितना खतरा ?
किसी भी प्रकार की नयी वैरायटी क्यों न हो पौधे पर किट व् रोग की समस्या आम है 21-72 सोयाबीन का बीज व् उगने के बाद का पौधा काफी ताकतवर है जिस से किट और रोग की समस्या कम है परन्तु आप कीटनाशक और फफूंदनाशक का हल्का प्रयोग करके वैरायटी को और ताकतवर बना सकते है साथ ही फंगल और बैक्टीरिया की बीमारी की जोखिम को भी कम कर सकते है , कम शब्दों में बताये तो वैरायटी को किट का खतरा जरूर है पर इसका निधान भी है ।
JS 21-72 सोयाबीन उगाने की सही सलाह !
एक खेती करने वाला किसान अच्छी नौकरी करने वाले एम्प्लोयी से भी कहीं गुना अच्छा सफल और आरामदायक जीवन व्यतीत कर सकता है परन्तु उसके लिए जरुरत है अपने काम ( खेती ) को सही तरह से करने की, उसके साथ ही हम सलाह देते है की कैसे आप नयी वैरायटी को सही रूप से उगा सकते है ।
- 1. मिट्टी परीक्षण जरूर करवाए, ताकि जो खेत में कमी है वह पूरी कर सके ।
- 2. बीज का ख्याल रखे, गीली जगह पर न रखे ।
- 3. बोवनी के पहले बीज उपचारित जरूर कीजिये ।
- 4. सलाहकार से जुड़ कर आवश्यकतानुसार दवाईयो का छिड़काव करे ।
कहा से ख़रीदे नयी वैरायटी ?
अगर आपको यह बीज की आवश्यकता है तो हमारे संपर्क सूत्र श्री तरुण जी रावल जी से आप यह बीज आसानी से प्राप्त कर सकते है उनका फ़ोन नंबर है +91 9131841859, अतः इसके साथ आप जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर भी कांटेक्ट कर सकते है ।
आपको यह जानकारी कैसी लगी निचे कमेंट करके जरूर बताये तथा अपने किसान साथियो के साथ नए बीज की जानकारी साझा करना न भूले, आपका प्यार हमारा प्रोत्साहन है ।
जय जवान – जय किसान
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