अमरुद की खेती कैसे करे ?

अमरुद(Guava) एक स्वादिष्ट और मीठा फल है जो की बहुत सारी औषधी गुणों से भरा है| Google wikipedia के द्वारा लिखा हुआ लेख में अमरुद के कही विशेष गुण बताये है जैसे की अमरुद के पतों को चबाने से दांतो के कही रोग गायब हो जाते है | इस फल की खेती बहुत से देशो में करी जाती है, जैसे की भारत, अमेरिका, चीन, थाईलैंड पाकिस्तान व् इंडोनेशिया| २०१९ के आंकड़े के अनुसार भारत अमरुद के उत्पादन में शीर्ष पर है, तो किसान भाइयो आपको इससे अंदाजा तो हो ही गया होगा की भारत में अमरुद की खेती को लेकर किसान कितने एक्टिव है. चलिए फिर जानते है अमरुद की खेती कैसे करते है और यह किस मौसम में होते है |

अमरुद की खेती कैसे करे ?

तो दोस्तों अमरुद की खेती करने के लिए आपको किसी स्पेशल तरह की मिट्टी की आवश्यकता नहीं है यही किसी भी तरह की मिट्टी में अनुकूल है और मौसम अनुकूल भी यह गर्मी और सर्दी दोनों सीजन में हो जाती है, बस खेत को अच्छी तरह से २ से ३ बार सींच लीजिये आप इसे पालियो के आधार से लगा सकते हो, इसके पौधे लगाने का सही समय फरवरी से मार्च या फिर आप अगस्त से सितंबर में भी लगा सकते है. पौधे लगाते समय आप ५*६ मीटर का फासला रख सकते है. एक एकड़ में १३०-१४० पौधे लगा सकते है! इसके जड़ो को २०-२५ सेंटीमीटर या प्लांट की नमी के हिसाब से रोपण कर सकते है|

कीटनाशक की जरुरत?

जी हां! अमरुद की फसल में फफूंद जनित फ्यूजेरियम रोग बहुत ही ज्यादा लगता है, इससे पौधे सुख जाते है जो पौधे पुराने हो जाते है उनमे यह रोग बहुत देखा जाता है इससे बचने के लिए किसानों को चाहिए की वह अमरुद के पौधे के चारो और थाले बनाएं और उसमे कार्बनडाइज़्म दवा की २ ग्राम मात्रा को एक लीटर पानी में घोलकर उससे थाले में स्प्रे करे |

फलो की तुड़वाई कब करवाए ?

फूल प्रकट होने के लगभग ४ महीने बाद अमरुद पकने लग जाते है महाराष्ट्र के किसानों द्वारा जब फल का रंग हरे से हल्का पीला पड़ जाता है तब अमरुद की तुड़वाई का काम चालू करते है

आख़री बात !

किसान भाइयों आप इस तरह की खेती करने के लिए किसी कृषि सलाहकार से भी बात कर सकते है, ऊपर आपने जो भी जानकारी पायी वह रिसर्च के आधार पर लिखी हुयी है यदि आपके मन में किसी प्रकार का सवाल है तो निचे कमेंट करके जरूर पूछे !

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